लोकतन्त्र एक ऐसी शासन-प्रणाली है जिसमें प्रजा को लगता है कि वो अपने प्रतिनिधि चुनकर स्वयं शासन चला रहे परन्तु सत्ता की असली बागडोर चंद अमीर लोगों, अधिकारियों और व्यापारियों के हाथ में होती है।
भारत की आज़ादी के समय अंग्रेजों को भारत की सत्ता फिर से क्षत्रिय राजाओं को जाने का डर था, इसलिए उन्होंने भारत को लोकतन्त्र बनाने का षड्यंत्र रचा और सत्ता अपने करीबी नेताओं को दी।
अंग्रेजों को यह आशा भी थी कि यह नेता सत्ता को सम्भाल नहीं पाएँगे और कुछ समय बाद दोबारा उन्ही को सत्ता वापिस मिल जाएगी।
हिन्दूराष्ट्र भारत के संविधान की रूपरेखा