सप्तविध नीतिप्रभेद

श्री हरि:
श्रीगणेशाय नमः

श्रियं सरस्वतीं गौरीं गणेशं स्कन्दमीश्वरम्।
ब्रह्माणं वह्निमिन्द्रादीन् वासुदेवं नमाम्यहम्॥


साम, दान, दण्ड, भेद, उपेक्षा, माया और इन्द्रजाल। नीतिनिधि पुस्तक