नीति और शक्ति का साहचर्य श्री हरि: श्रीगणेशाय नमः श्रियं सरस्वतीं गौरीं गणेशं स्कन्दमीश्वरम्। ब्रह्माणं वह्निमिन्द्रादीन् वासुदेवं नमाम्यहम्॥ नीति और अध्यात्म – पृष्ठ संख्या 32